ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह बुद्धि, वाणी, व्यापार और संचार का कारक है। जब बुध ग्रह कुंडली में अशुभ स्थिति में हो, पाप ग्रहों के साथ हो या नीच राशि में हो, तो इसे बुध दोष कहा जाता है। यह दोष निर्णय क्षमता, व्यापार, शिक्षा और संचार कौशल पर नकारात्मक असर डाल सकता है।
जब बुध ग्रह नीच राशि (मीन) में हो, राहु, केतु या शनि जैसे पाप ग्रहों के साथ स्थित हो, या अशुभ दृष्टि में आ जाए, तो बुध दोष बनता है।
व्यापार या संचार में धोखा देना
शिक्षा में आलस्य या गलत मार्ग अपनाना
सत्य और ईमानदारी से विचलन
पाप ग्रहों का प्रभाव
वाणी में कठोरता या असत्य बोलना
शिक्षा में रुकावट
व्यापार में घाटा
निर्णय क्षमता में कमी
सामाजिक प्रतिष्ठा में गिरावट
कुंडली में बुध का नीच राशि (मीन) में होना
बुध का राहु, केतु या शनि के साथ युति होना
बुध पर मंगल या शनि की अशुभ दृष्टि
बुधवार को हरे रंग के कपड़े पहनना
हरी मूंग और हरी सब्जियों का दान करना
गणेश जी की पूजा करना
बुध मंत्र “ॐ बुं बुधाय नमः” का जाप
पन्ना (Emerald) रत्न धारण करना (योग्य ज्योतिषी की सलाह से)
बुधवार को तुलसी के पौधे में जल चढ़ाना
गाय को हरा चारा खिलाना
बच्चों को शिक्षा सामग्री का दान करना
बुध दोष शिक्षा, व्यापार और व्यक्तित्व विकास में बाधा बन सकता है, लेकिन सही उपाय से यह जीवन में सफलता का मार्ग भी खोल सकता है।
🌟 अपनी जिंदगी को सही दिशा देने के लिए आज ही संपर्क करें 🌟
📞 Dr. Aneel Kummar Barjatiyaa – Certified Jyotish & Vaastu Expert
📍 Health Wealth Vaastu, Udaipur
☎ 8690571683 | 🌐 www.healthwealthvaastu.com
🙏 Special Thanks to AI Tools – ChatGPT by OpenAI, Grammarly, Canva, DALL·E, SurferSEO, Google, Deep seek –
jinhe use karke humne aap tak ye valuable Jyotish Upay pahunchaya.
Technology + Astrology ka ye combo aapki life bhi badal sakta hai! 🚀
✨ अगर आपको ये ब्लॉग पसंद आया तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर करें और हमारे साथ जुड़ें
ताकि आने वाले हर Jyotish & Vaastu ब्लॉग आप तक सबसे पहले पहुँचे।
all comments